अधूरा पुल के कारण से शव को नाव के सहारे पहुंचाया कब्रिस्तान
ठाकुरगंज प्रखंड में स्थित दल्लेगांव पंचायत में आज भी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। नेपाल सीमा से सटे इस गांव में सड़क, बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं।
गांव की सबसे बड़ी समस्या अंतिम संस्कार के समय सामने आती है। कब्रिस्तान नदी के दूसरी तरफ स्थित है। मृतक के परिजनों को पहले नाव से नदी पार करनी पड़ती है। इसके बाद रेत के टीलों पर एक किलोमीटर पैदल चलकर जनाजा ले जाना पड़ता है। बारिश के मौसम में नदी की तेज धारा इस यात्रा को और भी कठिन बना देती है।
हाल ही में मोहम्मद जहुर आलम रज़वी के चाचा जमील अख्तर के निधन पर यह समस्या फिर सामने आई। उनके जनाजे की नमाज पूरब टोला कब्रिस्तान में अदा की गई। लेकिन वहां तक पहुंचने में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
यह समस्या सिर्फ अंतिम संस्कार तक ही सीमित नहीं है। शादी-विवाह और अन्य सामाजिक कार्यक्रमों में भी लोगों को इसी तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। आजादी के 78 साल बाद भी यह गांव विकास की मुख्यधारा से दूर है। स्थानीय लोगों की मांग है कि सरकार यहां सड़क और पुल का निर्माण करवाए। इससे उनकी रोजमर्रा की जिंदगी आसान होगी।