दरभंगा। 27 जून 2025 | ताज़ा पत्रिका
बिहार के दरभंगा जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां अनुकंपा के आधार पर सरकारी नौकरी पाने की चाह में एक युवक ने अपने ही जीवित पिता को मृत घोषित कर दिया। लेकिन इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश तब हुआ जब कथित “मृत” पिता स्वयं जिला कार्यालय पहुँच गए और खुद के जीवित होने का प्रमाण अधिकारियों के सामने पेश कर दिया।
क्या है पूरा मामला?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दरभंगा निवासी एक युवक ने अनुकंपा नियुक्ति के लिए अपने जीवित पिता का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया। इस षड्यंत्र में उसकी पत्नी और कुछ अन्य परिजन भी शामिल थे। सरकारी दस्तावेज़ों में पिता को मृत दिखाकर युवक ने नौकरी की मांग की थी।
फर्जीवाड़े का खुलासा कैसे हुआ?
जब जीवित पिता को इस साजिश की जानकारी मिली, तो वे सीधे दरभंगा जिला समाहरणालय पहुँचे। वहाँ उन्होंने अधिकारियों को खुद के जीवित होने का प्रमाण दिया और इस पूरे षड्यंत्र की जानकारी साझा की।
प्रशासन की सख्त कार्रवाई
घटना को गंभीरता से लेते हुए दरभंगा जिलाधिकारी ने अनुकंपा नियुक्ति की सिफारिश को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया। साथ ही युवक, उसकी पत्नी और अन्य परिवारजनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर दी गई है।
डीएम का बयान:
> “यह मामला न केवल अनैतिक है, बल्कि सरकारी तंत्र के साथ धोखा है। दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी, ताकि कोई और इस तरह की हरकत करने की हिम्मत न कर सके।” — जिलाधिकारी, दरभंगा
नीति का दुरुपयोग
अनुकंपा नियुक्ति नीति का उद्देश्य शोकग्रस्त परिवार को सहारा देना होता है, लेकिन इस घटना ने दिखा दिया कि इसका गलत इस्तेमाल भी किया जा सकता है। प्रशासन ने अब ऐसे मामलों की गहन जाँच शुरू कर दी है ताकि भविष्य में किसी प्रकार की धो
खाधड़ी को रोका जा सके।