किशनगंज।
जिला समाहरणालय स्थित जिलाधिकारी विशाल राज के कार्यालय कक्ष में शुक्रवार को आयोजित जनता दरबार में राजस्व विभाग के एक गंभीर अनियमितता का खुलासा हुआ। गाछपाड़ा निवासी दीपक कुमार सिंह ने सीओ किशनगंज राहुल कुमार और राजस्व कर्मचारी अल्पना कुमारी पर जमाबंदी पंजी में षड्यंत्रपूर्वक नाम परिवर्तन का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई।
फरियादी के अनुसार, खाता संख्या 129 की खतियानी एवं जमाबंदी पंजी प्रति में मूल रैयत के रूप में स्वर्गीय मनु लाल सिंह का नाम दिनांक 12 जून 2025 को ऑनलाइन निर्गत प्रति में दर्ज था। लेकिन महज 25 दिनों के भीतर, यानी 7 जुलाई 2025 को जब वही जमाबंदी प्रति ऑनलाइन निकाली गई, तो उसमें रैयत का नाम बदलकर उनके पुत्र स्वर्गीय विशेस्वर सिंह कर दिया गया।
दीपक कुमार का आरोप है कि उक्त परिवर्तन बिना किसी वैधानिक दाखिल-खारिज प्रक्रिया, वारिसों की जानकारी या अनुमति के किया गया। उनका कहना है कि यह कार्य सीओ एवं संबंधित राजस्व कर्मचारी द्वारा निजी लाभ हेतु एक षड्यंत्र के तहत किया गया।
फरियादी ने जिलाधिकारी को आवेदन सौंपते हुए मामले की गंभीरता से अवगत कराया, जिस पर डीएम विशाल राज ने तत्क्षण संज्ञान लेते हुए आवेदन को लोक जन शिकायत निवारण कार्यालय को अग्रसारित कर दिया है।
इस खुलासे से एक बार फिर यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि किस तरह राजस्व विभाग में नियमों को ताक पर रखकर आम रैयतों को मानसिक, आर्थिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने मामले को नजरअंदाज न करने का संकेत दिया है, जिससे दोषियों पर कार्रवाई की उम्मीद बढ़ गई है।