अयोध्या में राम मंदिर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को और भी सख्त कर दिया गया है। हाल ही में खालिस्तानी समर्थक और ‘सिख फॉर जस्टिस’ (SFJ) संगठन के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक कथित धमकी जारी की है, जिसमें उन्होंने राम मंदिर को निशाना बनाने की बात कही है। इस धमकी के बाद से उत्तर प्रदेश पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने राम मंदिर क्षेत्र में सुरक्षा प्रबंधों को मजबूत किया है।
सुरक्षा के इंतजाम बढ़ाए गए
उत्तर प्रदेश के अधिकारियों ने इस कथित धमकी को गंभीरता से लेते हुए अयोध्या के प्रमुख स्थलों, विशेषकर राम मंदिर क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को उच्चतम स्तर पर कर दिया है। मंदिर परिसर के आसपास अतिरिक्त पुलिस बल, बम स्क्वॉड और स्निफर डॉग्स तैनात किए गए हैं। सुरक्षा एजेंसियां और इंटेलिजेंस यूनिट्स लगातार इलाके पर नजर रख रही हैं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।
सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी
मंदिर क्षेत्र में 24×7 निगरानी के लिए अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और ड्रोन से भी क्षेत्र की निगरानी की जा रही है। राम जन्मभूमि परिसर के साथ-साथ आसपास के इलाकों में भी पुलिस के गश्ती दल लगाए गए हैं ताकि किसी भी प्रकार की अवांछित घटना को तुरंत रोका जा सके।
स्थानीय प्रशासन की अपील
स्थानीय प्रशासन ने आम जनता से भी सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को देने की अपील की है। इस घटना के चलते श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए मंदिर में प्रवेश पर भी कुछ अतिरिक्त सुरक्षा नियम लागू किए गए हैं।
केंद्र सरकार की भी नजर
इस कथित धमकी के बाद केंद्र सरकार भी सतर्क हो गई है और राज्य सरकार को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया गया है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां इस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं और पन्नू के बयान का स्रोत और उसकी विश्वसनीयता को परखने में जुटी हैं।
पन्नू की पुरानी गतिविधियाँ
गुरपतवंत सिंह पन्नू लंबे समय से भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहा है और ‘सिख फॉर जस्टिस’ (SFJ) संगठन के माध्यम से खालिस्तानी आंदोलन को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहा है। भारत सरकार ने इस संगठन को आतंकवादी घोषित कर रखा है, और पन्नू पर पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
श्रद्धालुओं में चिंता
इस धमकी के बाद राम मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं में थोड़ी चिंता का माहौल है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों के त्वरित और मजबूत प्रबंधों ने लोगों को विश्वास दिलाया है कि उनकी सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
इस तरह की धमकी के मद्देनजर प्रशासन और सुरक्षा बलों का यह कदम राम मंदिर और अयोध्या की सुरक्षा को सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।