बाल विवाह से बची एक और ज़िंदगी:
किशनगंज (बिहार), 09.06.2025
सामाजिक कुप्रथा के विरुद्ध एक साहसिक और सराहनीय कदम उठाते हुए, किशनगंज जिले के ठाकुरगंज प्रखंड स्थित जिरनगछ गांव में सोमवार की रात्रि को होने वाले एक नाबालिग बालिका का विवाह जन निर्माण केंद्र और जिला प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई से रोका गया। इस प्रयास से एक मासूम बालिका का जीवन समय रहते एक गलत दिशा में जाने से बच गया।
जन निर्माण केंद्र को स्थानीय स्रोतों से सूचना मिली थी कि गांव में एक 16 वर्षीय किशोरी का विवाह तय किया गया है। सूचना की पुष्टि होते ही संस्था के जिला समन्वयक श्री मोहम्मद मुजाहिद आलम के नेतृत्व में टीम सक्रिय हुई। उन्होंने जिला बाल संरक्षण इकाई किशनगंज, अनुमंडल पदाधिकारी किशनगंज, प्रभारी प्रखंड विकास पदाधिकारी – सह- अंचलाधिकारी ठाकुरगंज और पुलिस प्रशासन के सहयोग से विवाह स्थल पर पहुंच कर स्थिति का जायज़ा लिया।
मौके पर परिजनों से संवाद कर उन्हें बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 की कानूनी धाराओं और बाल विवाह से जुड़ी मानसिक, शारीरिक और सामाजिक हानियों के बारे में समझाया गया। परिवार ने बातों को गंभीरता से लेते हुए बालिका के विवाह को स्थगित करने का निर्णय लिया और लिखित रूप में इसका प्रमाण भी दिया।
संस्था के इस हस्तक्षेप ने यह साबित कर दिया कि यदि समुदाय, संस्थाएं और प्रशासन मिलकर कार्य करें, तो बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों को जड़ से मिटाया जा सकता है। संस्था के सामुदायिक सामाजिक कार्यकर्ता जहांगीर आलम सहित पुलिस बल एवं स्थानीय जन प्रतिनिधी मौजूद थे।