ब्यूरो महेंद्र सिंह राय
बिलासपुर। मस्तुरी क्षेत्र में शिक्षा और पोषण से जुड़ी योजनाओं में लापरवाही का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ग्राम खपरी (बेलपान) के आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यकर्ता और सहायिका की मनमानी से अभिभावकों में नाराज़गी बढ़ती जा रही है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती चंद्रिका पात्रे और सहायिका श्रीमती हेमंत बाई जब मन करता है तभी केंद्र खोलती हैं, और कई बार बिना सूचना के बंद कर देती हैं। इस वजह से छोटे बच्चों की पढ़ाई और पौष्टिक आहार योजना प्रभावित हो रही है।
गांव के पालकों का कहना है कि वे अपने बच्चों को आंगनबाड़ी भेजते हैं ताकि उन्हें प्रारंभिक शिक्षा के साथ-साथ पौष्टिक आहार मिल सके, लेकिन कर्मचारियों की लापरवाही उनके इन प्रयासों पर पानी फेर रही है।
स्थानीय लोगों ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से मांग की है कि इस मामले में जल्द कार्रवाई की जाए, ताकि शिक्षा और पोषण योजनाओं का लाभ गरीब बच्चों तक सही तरीके से पहुंच सके।