हरनौत (नालंदा)।
हरनौत प्रखंड के छोटी मुढ़ारी गांव स्थित महादलित टोले में पिछले छह महीने से नल-जल योजना पूरी तरह ठप पड़ी है। इस टोले के लगभग 50 घरों में रहने वाले 300 से ज्यादा लोग एक-एक बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। हालात इतने बदतर हैं कि लोगों को सड़क पार कर बड़की मुढ़ारी गांव से पानी लाना पड़ता है, जिससे बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा पर भी संकट मंडराने लगा है।
ग्रामीणों का आरोप है कि इस गंभीर समस्या की कई बार शिकायत की गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उल्टा लोगों को “वोट न देने” का ताना सुनना पड़ रहा है। टोले के श्रीचंद मांझी ने बताया, “वार्ड सदस्य से मदद मांगी तो उन्होंने साफ कहा कि वोट नहीं दिया तो अब मदद क्यों करें?”
ग्रामीणों की मांग है कि टोले में अलग से चापाकल या मोटर लगाया जाए ताकि पानी की समस्या का स्थायी समाधान हो सके। इस मामले में हरनौत के प्रखंड विकास पदाधिकारी उज्ज्वलकांत ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी मिली है और पीएचडी विभाग के माध्यम से जल्द समाधान की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
गौरतलब है कि हरनौत विधानसभा क्षेत्र से जेडीयू विधायक हरिनारायण सिंह वर्षों से जनप्रतिनिधि हैं। लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि पानी जैसी मूलभूत समस्या पर उनकी ओर से अब तक कोई पहल नहीं की गई है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।