उत्तराखंड पंचायत चुनावों में रोमांचक नतीजे सामने आए हैं। एक तरफ जहां रजनी देवी ने सिर्फ एक वोट से जीत दर्ज की, वहीं दूसरी ओर 23 वर्षीय नितिन को प्रधान का पद टॉस के जरिए मिला।
रजनी देवी का मुकाबला बेहद कांटे का रहा और अंततः मतगणना के बाद उन्हें उनके निकटतम प्रतिद्वंदी से सिर्फ एक वोट अधिक मिला, जिससे उनकी जीत तय हुई। इस परिणाम ने यह साबित कर दिया कि हर एक वोट की कीमत कितनी अहम होती है।
वहीं दूसरी ओर, दूसरे ग्राम पंचायत क्षेत्र में प्रधान पद के लिए दो उम्मीदवारों के बीच बराबरी के वोट मिलने पर निर्वाचन आयोग के नियमों के तहत टॉस का सहारा लिया गया। इस टॉस में 23 साल के नितिन विजयी घोषित किए गए और वे ग्राम पंचायत के नए प्रधान बने।
ग्रामीणों के बीच यह चुनाव चर्चा का विषय बना हुआ है। दोनों घटनाएं लोकतंत्र की अनूठी तस्वीर पेश करती हैं जहां जनता की भागीदारी और चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता प्रमुख रूप से सामने आई है।
स्थानीय प्रशासन ने बताया कि चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ।