ठाकुरगंज (किशनगंज): पूर्व विधायक गोपाल कुमार अग्रवाल द्वारा शेरशाहवादी समुदाय पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में रविवार को ऑल बिहार शेरशाहवादी एसोसियेशन के बैनर तले ठाकुरगंज के भैंस लोटी में एक शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया। प्रदर्शन की अध्यक्षता एसोसियेशन के जिला अध्यक्ष मौलाना मिस्बा उद्दीन बुखारी ने की।
प्रदर्शन में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए और “हम शांति चाहते हैं, आरोप नहीं! सबूत दो या माफ़ी मांगो” जैसे नारों के साथ विरोध दर्ज कराया। प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगें थीं—शेरशाह आबादी पर लगाए गए आरोपों की निष्पक्ष और गैर-राजनीतिक जांच हो, झूठा प्रचार करने वालों पर कार्रवाई हो, और समुदाय की सकारात्मक पहचान को मीडिया और सामाजिक मंचों पर उजागर किया जाए।
प्रदर्शन के दौरान मौलाना बुखारी ने कहा कि पूर्व विधायक को शेरशाहवादी समुदाय के इतिहास की कोई जानकारी नहीं है, अन्यथा वे ऐसी गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी नहीं करते। उन्होंने जोर देकर कहा कि शेरशाहवादी समुदाय ने देश की स्वतंत्रता और सीमांचल क्षेत्र के विकास में अहम भूमिका निभाई है।
इस मौके पर ऑल बिहार शेरशाहवादी एसोसियेशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सैयदुर रहमान ने कहा कि किशनगंज गंगा-जमुनी तहज़ीब का प्रतीक है, और इस तरह का बयान सामाजिक सौहार्द को ठेस पहुंचाता है। लोक जनशक्ति पार्टी के जिला अध्यक्ष हबीबुर रहमान ने भी गोपाल अग्रवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि वे पहले सुरजापुरी भाइयों और अब शेरशाहवादी समुदाय के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं, जो निंदनीय है।
मुखिया इकरामुल हक ने कहा कि यह धरना प्रदर्शन लोकतांत्रिक अधिकार का उपयोग है और सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाने का प्रतीक है।
प्रदर्शन के अंत में सभी वक्ताओं और उपस्थित जनसमूह ने एक स्वर में गोपाल कुमार अग्रवाल से सार्वजनिक माफी की मांग की और चेतावनी दी कि अगर माफी नहीं मांगी गई तो यह विरोध जिला स्तर पर और बड़े स्तर पर जारी रहेगा।