नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 113वें संस्करण में स्वच्छ भारत मिशन के 11 वर्षों की यात्रा को सराहते हुए देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह केवल एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि जनभागीदारी का प्रतीक बन चुका है।
पीएम मोदी ने कहा, “जब हमने स्वच्छ भारत मिशन शुरू किया था, तब यह कल्पना भी नहीं थी कि देशवासी इसे इतना आत्मसात कर लेंगे। आज यह अभियान एक जन आंदोलन बन चुका है।” उन्होंने विभिन्न राज्यों और शहरों की स्वच्छता पहलों, नवाचारों और नागरिकों की भागीदारी की विशेष प्रशंसा की।
प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से स्कूलों, पंचायतों, स्वयंसेवी संगठनों और युवाओं की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि स्वच्छता अब हमारे व्यवहार और संस्कृति का हिस्सा बन गई है। उन्होंने बताया कि देश के कई हिस्सों में अब लोग ‘Waste to Wealth’ की दिशा में भी सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं।
कार्यक्रम में पीएम मोदी ने नागरिकों से आगामी त्योहारों और स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर स्वच्छता को प्राथमिकता देने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि स्वच्छता ही सेवा है, और यह सेवा हर भारतीय का कर्तव्य है।
स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की जयंती पर हुई थी। इसका उद्देश्य देश को खुले में शौच मुक्त बनाना और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ावा देना है। मिशन का दूसरा चरण अब ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में सतत स्वच्छता पर केंद्रित है।