टेढ़ागाछ (किशनगंज), मोहम्मद मुजाहीर की रिपोर्ट:
टेढ़ागाछ क्षेत्र के लोगों में उस समय भारी रोष देखा गया जब वर्षों से मांग के बावजूद रेलवे स्टेशन को टेढ़ागाछ का नाम नहीं दिया गया। क्षेत्रीय जनता ने न केवल ज़मीन दी, बल्कि विकास की आस में वर्षों से उम्मीद लगाए रखी कि स्टेशन का नाम उनके क्षेत्र पर होगा।
लेकिन जब स्टेशन का नाम अररिया जिले के कालियागंज के नाम पर रख दिया गया, तब से स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। लोगों का कहना है कि यह न केवल भौगोलिक अन्याय है, बल्कि टेढ़ागाछ की अस्मिता और पहचान पर सीधा प्रहार है।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने इस निर्णय को नीतिगत पक्षपात बताते हुए रेलवे प्रशासन से पुनर्विचार की मांग की है। टेढ़ागाछ की जनता सवाल कर रही है – “क्या हमारी पहचान इतनी कमजोर है कि अपनी ही ज़मीन पर हमारे नाम की जगह नहीं?”
यह मुद्दा अब सिर्फ़ एक नामकरण का नहीं, बल्कि सम्मान और अधिकार की लड़ाई बन चुका है।