किशनगंज से मोहम्मद मुजाहिद की रिपोर्ट
टेढ़ागाछ (किशनगंज) – किशनगंज जिले के टेढ़ागाछ प्रखंड मुख्यालय को बहादुरगंज होते हुए जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली एकमात्र मुख्य सड़क अब जानलेवा बन चुकी है। यह सड़क पूरी तरह से गड्ढों में तब्दील हो चुकी है और वर्षों से उपेक्षा की मार झेल रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सड़क अब ‘लाइफलाइन’ नहीं, बल्कि ‘डेथ लाइन’ बन गई है। अब तक दर्जनों लोग अपनी जान गवां चुके हैं। सबसे ताज़ा उदाहरण सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज किशनगंज के डाटा ऑपरेटर राजीव कुमार झा की मौत का है, जो टेढ़ागाछ की ओर आते समय सड़क के गड्ढे में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गए थे।
बावजूद इसके, न प्रशासन की संवेदना जागी है और न ही जनप्रतिनिधियों ने कोई ठोस कदम उठाया है। मरम्मत के नाम पर केवल खानापूर्ति होती रही है, जबकि जनता हर दिन जान जोखिम में डालकर इस सड़क से गुजर रही है।
स्थानीय नागरिकों, बुद्धिजीवियों और जनप्रतिनिधियों से अब इस मुद्दे पर एकजुट होने की अपील की जा रही है। जब तक संगठित आवाज़ नहीं उठेगी, तब तक यह “प्रधानमंत्री सड़क योजना” की सड़क यूं ही “मौत की सड़क” बनी रहेगी।
जनता की माँग:
प्रशासन तत्काल हस्तक्षेप कर टेढ़ागाछ से बहादुरगंज तक के इस खस्ताहाल मार्ग की मरम्मत कराए, ताकि और मासूम जानें न जाएं।