टेढ़ागाछ (किशनगंज)।
टेढ़ागाछ से बहादुरगंज जाने वाली मुख्य सड़क की बदहाली के खिलाफ वर्षों की पीड़ा आखिरकार जनआक्रोश में बदल गई। बीते 15 वर्षों से यह सड़क अपनी जर्जर हालत के कारण न केवल आवागमन को बाधित कर रही है, बल्कि अब तक दर्जनों मासूमों की जान भी ले चुकी है। बावजूद इसके, शासन-प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की चुप्पी अब जनता को बर्दाश्त नहीं हो रही।
स्थानीय युवाओं ने इस मुद्दे को लेकर व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाया और गांव-गांव, घर-घर जाकर लोगों को जागरूक किया। इसी कड़ी में मंगलवार को एक विशाल जन आक्रोश रैली का आयोजन किया गया, जिसका नेतृत्व पूर्व प्रखंड प्रमुख आसिफ रहमान ने किया।
रैली बहादुरगंज कॉलेज चौक पर एक सभा में तब्दील हो गई, जहां भारी संख्या में लोग जुटे। सभा को संबोधित करते हुए आसिफ रहमान ने कहा, “राज्य में एक गूंगी और बहरी सरकार बैठी है। हमारे रहनुमा सांसद और विधायक भी अब पूरी तरह शिथिल हो चुके हैं। जनता के दुख-दर्द से उन्हें कोई लेना-देना नहीं।”
उन्होंने आरोप लगाया कि रैली को रोकने के लिए प्रशासन पर दबाव डाला गया, लेकिन लोग अब डरने वाले नहीं हैं। यह रैली केवल एक विरोध प्रदर्शन नहीं, बल्कि वर्षों की पीड़ा, उपेक्षा और सिस्टम की असंवेदनशीलता के खिलाफ जनभावनाओं की प्रचंड गर्जना है।
स्थानीय लोगों की मांग है कि इस सड़क की अविलंब मरम्मत की जाए और बीते वर्षों में हुई मौतों की जवाबदेही तय की जाए। यदि जल्द कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी दी गई है।
रिपोर्ट: मोहम्मद मुजाहीर, किशनगंज