किशनगंज से मोहम्मद मुजाहिद की रिपोर्ट
टेढ़ागाछ।
टेढ़ागाछ से बहादुरगंज तक की बदहाल सड़कों को लेकर अब जन आक्रोश उफान पर है। वर्षों से उपेक्षा झेल रही जनता अब खामोश नहीं रहने वाली। क्षेत्र में 6 अगस्त को प्रस्तावित जन आक्रोश यात्रा को सफल बनाने के लिए जोरदार जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है।
स्थानीय युवाओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं की टोली गांव-गांव, गली-गली जाकर लोगों को आंदोलन से जोड़ रही है। हर दरवाजे पर दस्तक देकर उन्हें सड़क के मुद्दे पर जागरूक किया जा रहा है। 30 जुलाई को एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है, जिसमें आंदोलन की रणनीति और रूपरेखा तय की जाएगी।
ग्रामीणों का सीधा सवाल है:
“क्या हमारे हिस्से में सिर्फ गड्ढे ही आए हैं?”
“वोट मांगने वाले नेता अब कहां हैं?”
ग्रामीणों का आरोप है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद न तो सड़क की मरम्मत हुई, न ही कोई सरकारी पहल दिखाई दी। अब यह लड़ाई केवल विकास के लिए नहीं, बल्कि सम्मान और अधिकार की लड़ाई बन गई है।
छात्र, किसान, व्यापारी सभी एक स्वर में कह रहे हैं:
“अबकी बार सड़कों पर वार, वादों से नहीं होगा काम।”
6 अगस्त को टेढ़ागाछ की सड़कों पर जनता अपनी आवाज बुलंद करेगी और सरकार की नींद तोड़ने का प्रयास करेगी।
यह जनआंदोलन अब सिर्फ एक यात्रा नहीं, बल्कि एक चेतावनी है—जनता जाग चुकी है।