बिहार की सियासत में एक बड़ा उलटफेर तब देखने को मिला जब उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता ने बिहार में अपनी सियासी जमीन मजबूत करने के इरादे से 40 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी। इस सूची में खास बात यह रही कि 10 मुस्लिम उम्मीदवारों को भी टिकट दिया गया है।
नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव जैसे दिग्गज नेता इस घोषणा को लेकर हैरान रह गए। माना जा रहा है कि यह कदम राज्य की राजनीति में नए समीकरण बना सकता है।
सूत्रों के अनुसार, इन प्रत्याशियों को विभिन्न जिलों में उतारा गया है, जिनमें सीमांचल और मिथिलांचल जैसे क्षेत्र भी शामिल हैं, जहां मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका में होते हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह निर्णय ना सिर्फ महागठबंधन को चुनौती देगा, बल्कि भाजपा-जदयू गठबंधन के लिए भी चिंता का विषय बन सकता है।
अब देखना यह है कि बिहार की राजनीति में यह नया प्रयोग कितना सफल होता है और नीतीश-तेजस्वी इस पर किस तरह की रणनीति अपनाते हैं।